सोमवार, 8 अगस्त 2016

गोमाता पर बयान---


                                                                  गोमाता पर बयान
गोरक्षा के नाम पर गुंडागर्दी करने वालों पर पाबंदी लगाई जाए। प्रधानमंत्री ने ठीक बोला है, सरकार को गाय बचाने का आयोग चलाना चाहिए। पूरे देश मे सड़कों पर गाय पॉलिथीन खा रही है और सबसे ज्यादा गाय की हत्या इस कारण से हो रही है तो गोरक्षक इसकी चिंता करें, जनता कानून को अपने हाथ में न ले मोका मिल गया लालू जी ने मोदी पर तीखा तंज कसते हुए अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि लगता है मेरे द्वारा दो दिन पहले कही गई बात मोदी जी को अच्छे से समझ आ गई कि गाय दूध देती है, वोट नहीं। और समझ भी क्यों ना आए? गोमाता इनकी सरकार बनवाना तो दूर, बनी बनाई सरकारों को हिला रही है। लो मोका मिला की राजनीती शुरू अब मोदी जी बोले तो कुछ सोच समझकर ही बोले होंगे हम द्वारा चुनकर भेजे गए महत्वपूर्ण व् जिम्मेदार पद पर आसीन है !अब कोई सोच रहा है बीजेपी की जमीन खिसक चुकी है खिसके तो तब गोभक्त अपने पर आयेंगे तब न कोई कहता है मोदीजी घबरा गए हैं इसलिए ही अपनी बात रख रहे हैं। इतने सारे राज्यों में उनकी सरकारें हैं, देखना यह है की उन्होंने क्या कार्यवाही की है वहीं विपक्ष के हमलों पर बीजेपी और सरकार का कहना है कि पीएम मोदी को जो संदेश देना था, वो स्पष्ट और साफ शब्दों में दिया है। में मानता हु की उनके सन्देश का एक ही अर्थ है की देश में शांति और सौहार्द रहे। देश जिस रस्ते पर चल रहा है उसमे रोड़ा पैदा करने वाले को नहीं बक्शा जाएगा। संघ ने मोदी के सुर में सुर मिलाया प्रधानमंत्री के इस बयान को संघ का भी साथ मिल गया है। प्रधानमंत्री के इस बयान को संघ का भी साथ मिल गया है संघ के सर सहकार्यवाह भैय्याजी जोशी ने कहा कि गोरक्षा के नाम पर कुछ लोग कानून हाथ में लेकर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का काम कर रहे हैं। ऐसे लोगों को बेनकाब किए जाने की जरूरत है।अब तह तक जाने का काम हम लोगो का है क्यों की नेताओ की बयानबाजी तो हमे समझ में आने वाली नही यह कम पढ़े लिखो का काम नही !कुछ नेता पीएम के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि गोरक्षा के नाम पर गुंडागर्दी करने वालों पर पाबंदी लगाई जाए। प्रधानमंत्री ने ठीक बोला है, सरकार को गाय बचाने का आयोग चलाना चाहिए। पूरे देश मे सड़कों पर गाय पॉलिथीन खा रही है और सबसे ज्यादा गाय की हत्या इस कारण से हो रही है तो गोरक्षक इसकी चिंता करें, जनता कानून को अपने हाथ में न ले। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरक्षा के नाम पर उपद्रव करने वालों पर निशाना साधा था। नकली गोरक्षकों से सावधान रहें, अब हमे पहले असली व् नकली गो रक्षको को पहचानने से पहले आरोप प्रत्यारोप भी नही लगाने है ! साथ ही गोरक्षा के नाम पर उपद्रव करने वालों पर राज्यों से सख्त कार्रवाई करने को कहा है। प्रधानमंत्री ने असली गोरक्षकों से अपील की कि वो उन्हें एक्सपोज करें। अब असली का प्रमाण पत्र भी आधार कार्ड जेसा अगर बन जाता तो ठीक ही था ! देश में गोहत्या पर पाबंदी है जबकि रिपोर्ट के मुताबिक Meat Industry में जिंदा जानवरों के साथ-साथ भैंस, भेड़, बकरों, सुअर, बैल और गायों तक के मांस का व्यापार होता है।शायद लाइसेंस देने में सरकार बूचड़खानों की तुलना में दूध उत्पादन इकाइयों में कम दिलचस्पी लेती है। सरकार द्वारा ने जितनी संख्या बताई जाती है वो तो रजिस्टर्ड बूचड़खानों की संख्या है, मीट का बहुत बड़ा कारोबार बिना रजिस्टर्ड बूचड़खानों में होता है और छोटे-छोटे बूचड़खानों की संख्या इससे दोगुने से भी ज्यादा हो सकती है। अब आपको आपको ये भी बता दू कि देश में पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, मेघालय, नगालैंड, त्रिपुरा, सिक्किम और केरल में गोहत्या पर पाबंदी नहीं है। केरल के 55, बंगाल के 11, सिक्किम के 4 और मिजोरम के 2 बूचड़खानों में कानूनी रूप से भी गोहत्या होती है।हैरानी की बात ये है कि ये सब तब भी हो रहा है जब केंद्र में बीजेपी की सरकार है और बीजेपी के लिए गाय हमेशा से आस्था और श्रद्धा का मुद्दा रहा है। गोरक्षा के लेकर तमाम संगठन आजकल सक्रिय हुए हैं और गोमांस पकड़ने के शक में चलती ट्रेनों व् हाइवे तक में वो लोगों की पिटाई कर रहे हैं तो इसके पीछे यही सोच मानी जाती है कि गोभक्त बीजेपी उन पर कोई कार्रवाई नहीं करेगी ऐसा नहीं है मेने ऐसे गो भक्तो को देखा है जिन्होंने जान जोखिम में डाल कर भी गोमाता की जान बचायी है ! मगर अब उन्हें असली गो सेवक का प्रमाण पत्र रखना ही होगा ! खेर कोनसा नेता कब क्या बोल जाये बड़े आदमी है हम क्या कर सकते है ! दिल के दर्द को कुछ मिनिट में लिखकर आप तक विचार प्रेषित कर दिए आप समझदार हो लेकिन एक बात जानवरों की हत्या और दूध उत्पादन के केंद्रों की संख्या में भारी अंतर इस विडंबना पर सोचने के लिए मजबूर करता है। आप भी सोचे ..गोमाता आज भी पूज्यनीय है रहेगी गोसेवक प्रमाण पत्र की चिंता न करे ... गोसेवा का धर्म निभाए सरकारे तो आती है जाती है और जाती रहेगी ..
उत्तम जैन (विद्रोही )

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